ऐसी भयावाह दर्दनाक घटना जिसे सुन एवं देख कार दिल दहल जाएगा।

पलामू) हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के खुराड़ पर गांव में अंधविश्वास में महिला ने अपनी बेटी की बलि दे दी। चाकू से उसके कलेजे को फाड़कर खाया। नग्न होकर नाची। तंत्र मंत्र की। फिर नग्न हालत में ही घर पहुंची। पुलिस ने गुरुवार को उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
खराह पर गांव निवासी महिला गीता देवी ने अंधविश्वास में पड़कर मानवता को कलंकित करने वाला कदम उठाया। मंगलवार की सुबह उसने अपनी सास को बताया कि वह कुछ जरूरी काम से जपला बाजार जा रही है। साथ में अपनी डेढ़ वर्ष की बेटी परी कुमारी को भी ले लिया। जपला बाजार से उसने चूड़ी कपड़ा तथा पूजन की अन्य सामग्री खरीदी।
शाम होने पर वह अपने घर से लगभग दो किलोमीटर दूर सिकना बरवाढोड़ा जंगल के पास सुनसान जगह पहुंची। वहां बच्ची को नग्न कर दिया। फिर स्वयं नग्न हो गई। चूड़ी, वस्त्र तथा अन्य सामग्री से पूजा की। वहां कुछ देर तक नाची। इसके बाद चाकू से गला काटकर बच्ची को बलि दे दी। उसी चाकू से बच्ची के शरीर को टुकड़े किए। कलेजा निकालकर खाया। फिर शव को मिट्टी में दफन कर नग्न अवस्था में घर गई।

आसपास के लोगों ने उसे नग्न अवस्था में देख उसके परिजनों को सूचना दी। उसका पति दिल्ली में काम करता है। गीता की सास कौशल्या देवी उसे इस हालत में देख अवाक रह गई। उसने पहनने की वस्त्र दिए, लेकिन उसकी स्थिति देख मामला गंभीर तथा भयावह प्रतीत हो रहा था। कौशल्या ने बच्चों के बारे में पूछा। पहले तो उसने बरगलाने का प्रयास किया। लेकिन दबाव देने पर उसुने परी की हत्या कर देने की बात कबूली। गांव वालों ने पुलिस को सूचना दी। बुधवार को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उसे साथ लेकर घटना स्थल पहुंची। वहां
से फूटी चूड़ियां, वस्त्र, चाकू तथा नग्न अवस्था में बच्ची की कटी लाश बरामद की गई। पूरी घटना की जानकारी थाना प्रभारी संजय कुमार यादव ने दी है। उन्होंने बताया कि महिला ने अंधविश्वास में आपा खो दिया था। पूछने पर उसने बताया कि वा डायन-बिसाही सीख रही थी। उसे स्वप्न में आ रहा था कि मंत्र सिद्धि में उसके पति या संतान को बलि देनी होगी। उसने अपनी मासूम बच्ची को बलि दे दी।
गुरुवार को कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। घटना को लेकर क्षेत्र में सनसनी फैल गई। हर व्यक्ति कौ जुबान पर ममता को कलंकित करने की चर्चा आम है। ग्रामीणों ने बताया कि अंधविश्वास में पड़कर तंत्र सिद्धि के लिए गीता ने अपनी दुधमुंही बच्च डेढ़ वर्ष की बच्ची की हत्या कर दी. इस घटना ने माँ शब्द को ही कलंकित कर दिया है.
जिससे गाँव मे दहशत हैं. कलंकित मां हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम खराड़ पर गांव निवासी अरुण राम की पत्नी गीता देवी है. मंगलवार की मध्य रात्रि में अपने घर से करीब डेढ़ से दो किलोमीटर की दूरी सिकनी बरवाढोड़ा जंगल के तरफ खिचड़नुमा मिट्टी में अपने ही डेढ़ वर्ष की दुधमुंही बच्ची परी कुमारी की दर्दनाक तरीके से ह्त्या कर दफना दिया था. रात्रि में निर्वस्त्र आपत्तिजनक स्थिति में आधी रात्रि में गांव पहुची. कुछ लोगों ने देखने के बाद थाना पुलिस को जानकारी देने का काम किया. थाना प्रभारी ने तत्काल उसे गिरफ्तार कर जेल भेजने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.



